नई दिल्ली।
भारत देश की राजधानी दिल्ली में गड़रिया समाज (शेफर्ड टाइगर फोर्स इंडिया ) के आक्रोशित लोगो ने बाबा रामदेव का पुतला दहन किया।
20 सितंबर को बाबा रामदेव जी ने अपने फेसबुक पेज पर एवं अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा था यह भारत देश सपेरे गडरियो का देश नहीं है वैज्ञानिकों का देश है। जिस पर भारत देश का समस्त गडरिया समाज आक्रोशित होकर बाबा रामदेव जी के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध जारी किया।
भारत देश के गड़रिया समाज नौजवान साथियों ने बाबा रामदेव जी के द्वारा दी गई टिप्पणी पर विरोध करके माफी मांगने को कहा।
बाबा रामदेव जी का विरोध हुआ कि उनको माफी मांगना पड़ा। लेकिन बात को बाबा रामदेव ने यूं ही घुमा दिया दोबारा फिर से गडरिया समाज को अपमानित करने का काम किया। गडरिया समाज के आक्रोशित लोगों ने सड़कों पर उतर कर बाबा रामदेव जी का पुतला फूकना चालू कर दिया।
गड़रिया समाज के (शेफर्ड टाइगर फोर्स इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ) शेफर्ड धामू पाल जी ने कहा कि यदि कोई भी गडरिया समाज के ऊपर आंख दिखाई और किसी ने भी इस समाज को अपमानित करने का काम किया तो वह कोई भी हो किसी को बख्शा नहीं जाएगा और बाबा रामदेव जी आप इस तरह से किसी भी जाति के खिलाफ बयानबाजी नहीं दे सकते हैं इसका खामियाजा आप को भुगतना पड़ सकता है इसीलिए आपको सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
दिल्ली में बाबा रामदेव जी का पुतला फूंका और मुर्दाबाद के नारे लगाया और कहा कि बाबा रामदेव जी के प्रोडक्ट का बहिष्कार करें।
इस दौरान उपस्थित रहे शेफर्ड धामू पाल एस०टी०एफ, राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू रामपाल राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्र उदय पार्टी , एडवोकेट राजीव पाल प्रदेश प्रवक्ता एसटीएफ ,आनंदपाल प्रदेश प्रभारी, डॉ अवधेश पाल प्रदेश उपाध्यक्ष ,डॉक्टर सतीश पाल प्रदेश सचिव ,जोगिंदर सिंह धनगर ,वीर सिंह धनगर बलवान सिंह धनगर, नंदलाल पाल, महेंद्र पाल, राजेश सिंह बघेल ,सत्येंद्र कुमार पाल ,विवेक पाल, संगम पाल ,मोनू पाल, गडरिया धीरेंद्र सिंह पाल, प्रमोद कुमार पाल आदि सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
दिनेश पाल संपादक(8889363636)