इंदौर।
नंदानगर रोड़ नम्बर 8 पर 21 से 27 सितम्बर तक सात दिवसीय भागवत कथा की शुरुआत । स्व. श्री नर्मदा प्रसाद जी चौकसे व स्व.श्रीमती जमना बाई चौकसे जी की पावन स्मृति में आयोजित इस भागवत कथा के पूर्व भव्य शोभायात्रा निकाली जिसमे बेंड, बाजे, घोड़े रथ आदि सहित सैकड़ो भक्तगण शरीक हुए।
शोभायात्रा बजरंग नगर पशुपतिनाथ मंदिर से मजदूर चौक से नन्दा नगर रोड़ 11 होते हुए भागवत कथा स्थल पर समाप्त हुई। यात्रा में भक्त नाचते, भजन गाते चल रहे थे। इसके बाद मेवाड़ धरा के सुप्रसिद्ध व्यास परमपूज्य भगवती कृष्णजी महाराज के मुखारबिंद से भागवत कथा शुरू हुई।
यह आयोजन 27 सितम्बर तक चलेगा। आयोजक प्रकाश जी चौकसे, पवन जी चौकसे, नितिन जी चौकसे आदि है।
परमपूज्य भगवती महाराज जी की वाणी
भागवत भगवान श्री कृष्ण की साक्षात् वाङ्मयी मूर्ति है।इस कथा में भगवान के साक्षात् दर्शन होते है।उनकी उपस्थिति का एहसास होता है। मगर, इस एहसास को पाने के लिए हमें इस पावन कथा के नजदीक जाना होगा। यह प्रभु की अपनी वाणी है। जिसका अनुशरण कर हम अपने जीवन को धन्य कर सकते है। इस जीवन रुपी भव सागर से पार उतर सकते हैं।