ललितपुर से पत्रकार इन्द्रपाल सिंह रिपोर्ट
ललितपुर/ जनपद की तहसील मड़ावरा अंतर्गत ग्राम सैदपुर में 45 फिट का रावण व 40-40 फिट के कुंभकरण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। इससे पहले रामलीला का मंचन किया गया। जिसमें मेघनाद और कुभकरण के वध को दर्शाया गया। इसके बाद राम व रावण की सेना के बीच भयंकर युद्ध हुआ। अंत में राम व रावण के बीच युद्ध का मंचन किया गया। दोनों सेनाएं युद्ध करते हुए मड़ावरा-सैदपुर के तालाबो पर पहुंची। जहां विभीषण के कहने पर भगवान राम ने रावण की नाभि में तीर मारा। तीर लगते ही रावण धराशायी हो गया। जिसके बाद रावण कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। बता दें कि रामलीला मंचन में मीडिया ने पार्टनर की भूमिका निभाई है। आयोजकों ने बताया कि रावण दहन की तैयारियों के साथ ही लोगों की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। रावण दहन के दौरान अग्निशमन यंत्रों की भी व्यवस्था की गई थी। रावण दहन के बाद मेले में लगी दुकानों पर लोगों का हुजूम उमड़ा।
में कस्बा में बच्चों के लिए बाजारों विशेष तरह के खेल सामग्री की व्यवस्था की गई थी, जिसका बच्चों ने जमकर आनंद लिया। वहीं, विभिन्न घरेलू वस्तुओं की खरीद के लिए महिलाओं का भी दुकानों पर जमावड़ा लगा रहा। रावण दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व माना जाता है। रावण दहन पर इस संदेश के बाद पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया गया। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए तालाब के किनारे रावण, कुंभकरण व मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया।