मंत्री सज्जन सिंह वर्मा दम है तो इंदौर से चुनाव लड़ के बताओ।पता चल जाएगा शेर ओर गीदड़ कौन है - विधायक आकाश विजयवर्गीय
इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र और इंदौर -3 से विधायक आकाश विजयवर्गीय ने बुधवार को अपना एक वीड़ियो सोशल मीडिया पर जारी कर मंत्री सज्जनसिंह वर्मा को इंदौर से चुनाव लड़ने का चेलेंज दिया है।
वीडियो की शुरुआत में आकाश कहते है ये वीडियो सिर्फ और सिर्फ सज्जन सिंह वर्मा के लिए है वे कहते है मैं आपको साफ कर देना चाहता हूं कि वह आक्रोष सत्ता छीनने की वजह से नहीं था वह आक्रोष उस किसान भाई की पीड़ा देखकर उठाता जिसे आप की सरकार ने ₹1 भी मुआवजा नहीं दिया सब जानते हैं बात बहुत ज्यादा बारिश हुई और सारी फसलें खराब हो गई ।जिसे आपकी सरकार ने एक रुपया भी नही दिया।हमारा आक्रोश कुछ पीड़ा को देखकर था। हमारा आक्रोश उस माता बहन की पीड़ा को देखकर था जिस के घरों पर 8-8′ 10 -10हजार 40 40 हजार और एक लाख एक लाख तक के बिलआपकी सरकार में आ रहे हैं और वसूली के नाम पर उसे उसके घर का कनेक्शन काटकर उसे अपमानित किया जा रहा है । वह आक्रोष उस ठेकेदार के लिए था जिसे 8 महीने से आप की सरकार में पेमेंट नहीं किया जा रहा है आज दिवाली पर भी उसे आपने पेमेंट नहीं किया उसके वहां पर काम कर रही मजदूर जो रहते हैं उनके दिवाली नहीं मना पाए आप की सरकार की वजह । सज्जन सिंह जी आप खुद को इंदौर के नेता कहते हैं आपको शर्म आनी चाहिए आप के सरकार में सभी ठेकेदारों ने बैठक की और तय किया कि वह इंदौर में काम नहीं करेंगे इंदौर का सारा विकास आपकी सरकार के रहते ठप हो चुका है और आप कैलाश विजयवर्गी जी के बारे में उल्टी सीधी बातें करते हैं अरे आप तो उनके चरणों की धूल के बराबर भी नहीं है । मैं तो आपको चैलेंज करता हूं कि आप असली मर्द तो आप इंदौर में पले बढ़े आपका घर इंदौर में हैं औरआप इंदौर में रहते हैं आइए और इंदौर से चुनाव लड़के बताइए आपको पता चल जाएगा कि शेर कौन है और गीदड़ कौन है। ध्यान रहे आपका पूरा खानदान लग गया था मुझे चुनाव हराने में उसके बावजूद में चुनाव जीतकर आया और यह तो सिर्फ ट्रेलर है आप इंदौर में आकर तो दिखाए आपको अपनी औकात का अंदाजा हो जाएगा सज्जन सिंह वर्मा जी राजनीति बातें करने से नहीं होती राजनीति से गरीबों के मकान मकानों पर कब्जा करने से नहीं होती राजनीति सेवा करने से होती है जब आप सेवा करेंगे गरीबों की पीड़ा को समझेंगे तब आप समझेंगे कि वह आक्रोश कहां से आया था।