इंदौर।भारत के संविधान के निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू उनकी 129वीं जयंती के अवसर पर आज को सुनसान रही।कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉक डाउन को देखते हुए इस बार बाबा साहेब के अनुयायियों को स्मारक स्थल पर आने की अनुमति नहीं दी गई।कोरोना संक्रमण के कारण महू में अंबेडकर जयंती पर हर बार की तरह इस बार भव्य आयोजन नहीं हो पाया। इससे उनके अनुयायियों में निराशा है। हालांकि आज यहां बुद्घ वंदना जरूर हुई जिसमें स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी और बाबा साहब स्मारक की देखरेख करने वाले लोग ही शामिल हुए। क्योंकि लॉक डाउन के कारण फिलहाल किसी भी जगह भीड़ जमा नहीं हो सकती थी।हर साल 14 अप्रैल को महू में अंबेडकर स्मारक पर देश विदेश से लाखों लोग इकट्ठा होते थे।
एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सामाजिक दूरी के दिशानिर्देशों के चलते परिसर में लोगों को जाने की अनुमति नहीं दी गई। गौरतलब है कि संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू कस्बे के काली पल्टन क्षेत्र में हुआ था।
“मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाये।”
– बी.आर. अंबेडकर
“हम सबसे पहले और अंत में, भारतीय हैं।”
– बी.आर. अंबेडकर