बुलंदशहर । उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार देर रात दो साधुओं की धारदार हथियारों से नृशंस हत्या कर दी गई। मिली जानकारी के अनुसार बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर पर पिछले करीब 10 वर्षों से साधु जगनदास (55 वर्ष) और सेवादास (35 वर्ष) रहते थे। दोनों साधु मंदिर में रहकर पूजा-अर्चना में लीन रहते थे। सोमवार की देर रात मंदिर परिसर में ही दोनों साधुओं की धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पहुंचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले। इसे देखकर कोहराम मच गया।
आरोपी हिरासत में
सोमवार को गांव पगोना निवासी मुरारी एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने उसके घर जाकर नाराजगी जताई थी। इसी बात को लेकर मुरारी ने रात में दोनों साधुओं की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी सुबह श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर जाने पर लगी। इसी बीच गांव के ही लोगों ने आरोपित मुरारी को जंगल से भागते हुए पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
बीते कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के पालघर में दो साधु और एक ड्राइवर की करीब 200 लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।