कारस देव नगर में कारस देव बाबा की वार्षिक गोट का आयोजन

इंदौर। मंगलवार को इंदौर के कारस देव नगर में कारस देव की वार्षिक गोट आयोजित हुई। कोरोना के चलते इस बार कारस देव बाबा के सामूहिक गोटो तथा विशाल भंडारे का आयोजन नहीं हुआ । इस बार कोरोना के चलते विशाल स्तर पर आयोजन नहीं किया हैं लेकिन मंगलवार को पूजा अर्चना के साथ ध्वजारोहण किया गया। भक्तों द्वारा गोट का गायन किया गया।


गोट (भजन)


भक्त सामूहिक रूप से कारस देव बाबा की स्तुति करते दिखाई देते हैं। ढांक(ढोलक नुमा वाद्य यंत्र )की धुन पर भक्त वंदना करते हैं।भक्त मंडली के दो समूह यह स्तुति गायन करते हैं। कारस देव बाबा की वीरता का बखान करती चार पंक्तियां एक समूह गाता है तो दूसरी चार पंक्तियों का गायन दूसरा समूह करता है।


 


इन देवताओं की होती है पूजा


कारस देव नगर निवासी जुगलकिशोर पाल ने बताया कि कारस देव बाबा कमल के फूल पर पैदा हुए थे। उन्होंने मिट्टी के घोड़े को जीवंत कर दिया था। लोक गीतों में उनकी वीरता और चमत्कार के अनेक प्रसंगों का गायन होता है। इनके साथ ही हीरामन,पठान,की भी स्तृति और पूजा-अर्चना होती है। गांवों में तो स्तुति का यह दौर सारी रात चलता रहता है।


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