पाल समाज इंदौर ने देवी अहिल्या बाई होलकर की 225वीं पुण्यतिथि सादगीपूर्ण तरीके से मनाई

इंदौर। देश में फैली कोरोना महामारी के बीच पाल गड़रिया समाज सेवा संस्थान के तत्वाधान में इंदौर राजवाड़े पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अहिल्याबाई होलकर की पुण्यतिथि मनाई गई। पाल समाज द्वारा सीमित लोगों को संख्या में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।इस अवसर पर पाल गड़रिया समाज सेवा संस्थान के अध्यक्ष दिनेश पाल ने बताया कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर ने संपूर्ण भारत की एकता व अखंडता के लिए योगदान दिया। वे बहुत बढ़ी शिव भक्त थीं, जिन्होंने बिषम परिस्थिति में अपने बलबूते पर शासन को चलाया एवं प्रजा में अपनी लोकप्रियता को बढ़ाया और साबित कर दिया कि बेटियां भी किसी से कम नहीं है। उन्होने कहा कि जो बड़े-बड़े राजाओं ने नहीं कर पाया वो इस न्याय की मूर्ति ने अपने शासन में किया। उन्होने बताया कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर सम्पूर्ण देश भर के प्रसिद्ध महान तीर्थ स्थानों में मंदिर और घाट का निर्माण समेत अनेक राजमार्गों का निर्माण एवं जगह-जगह प्याऊ और कुओं की व्यवस्था साथ ही गरीबों के लिए अन्न के स्रोत खोले। 


इस अवसर पर पाल समाज के अनिल पाल,विजय पाल, भरत पाल, वीरेन्द्र पाल, नीरज पाल, राजेश पाल आदि पाल समाज के लोग मौजूद थे।


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