समाज के विकास के लिए युवा शक्ति को आगे लाना होगा
 समाज के युवा शक्ति की क्रियाशीलता यदि समाज के विकास में लगाया जाए तो यह शक्ति अद्भुत कार्य कर सकती है आज तक जब भी चुनौतियो का सामना करने के लिए युवाओ को पुकारा गया तो वह कभी पीछे नही हटे है। समाज के आज कल के युवाओ को देखे तो अधिकतर युवा स्वार्थी है उसे जहाँ अपना भला दिखेगा वो वही अपना कदम आगे करेगा और यह कटु सत्य है इसमे कोई नई बात नही कि आज समाज का अधिकतर युवा नशे के आदी है, और कुछ युवा पैसो के लोभ में अपने घर-परिवार व समाज में कोई रुचि नही रखते इसीलिए समाज में परिवर्तन के लिए युवाओ का उचित मार्गदर्शन होना अति आवश्यक है।

समाज सेवा का काम असान नहीं है यह अपने आप में बहुत बडा काम है इसे एक साथ और एक ही समय में पूरा नहीं किया जा सकता, युवा इस श्रेष्ठ कार्य में अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार भाग ले सकते है। युवा समाज में समाजिक, आर्थिक और नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। वे समाज में प्रचलित कुप्रथाओं और अंधविश्वास को समाप्त करने में सहायक सिद्ध हो सकते है।

युवा समाज के विकास का सबसे महत्वपूर्ण अंग है युवाओं को समाज के लिए अपना सक्रिय योगदान प्रदान करना चाहिए । समाज को बेहतर बनाने के कार्यों में युवाओं का सम्मिलित होना बहुत महत्वपूर्ण है तथा इसे जल्द ही एवं व्यापक स्तर पर किया जाना चाहिए इससे युवा एक ओर तो वे अपनी सेवाएं समाज को दे पाएंगे दूसरी ओर इससे युवाओ का उत्थान भी होगा ।

‘’ यदि आज के युवा समाजिक परिवर्तन नही कर पाए तो परिवर्तन के लिए  समाज न जाने कौन सी अगली पीढ़ी का इंतजार करता रहेगा’’

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