विभागीय सूत्रों ने बताया मुंबई से तस्करी का सोना भोपाल ले जाए जाने की सूचना पर डीआरआइ की एक टीम मुंबई मेें भी निगरानी कर रही थी। चार जुलाई की रात डीआरआइ की टीम ने मुंबई से आ रही कार का लंबी दूरी तक पीछा किया। पहचान हो जाने पर संदिग्ध कार को रोककर तलाशी ली। कार में फर्श पर बिछी मैट के नीचे खासतौर पर बनाया चैंबर मिला। इसमें सोने के आठ बिस्कुट मिले। इसका बाजार मूल्य 2.44 करोड़ रुपये है।
आरोपितों ने मुंबई से तस्करी का सोना लाने का जुर्म स्वीकार लिया। साथ में बताया मुंबई में इस सोने की डिलीवरी देने वालों को 2.2 करोड़ का नकद भुगतान किया है। डीआरआइ ने तस्करी के लिए उपयोग की गई कार को भी सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत जब्त कर लिया है।
आरोपितों ने बताया वे मुंबई से सोना लाकर भोपाल के एक ज्वेलर को देने जा रहे थे। डीआरआइ भोपाल की टीमों ने सुराग के आधार पर भोपाल में फॉलोअप कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं तस्कर मुंबई में जहां से सोना लाए थे, वहां भी डीआरआइ इंदौर की एक टीम ने छापा मारा है। इस कार्रवाई में तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश होने की उम्मीद है। इंदौर में जब्त सोना स्विट्जरलैंड की गोल्ड रिफाइनरी में तैयार हुआ है। इस मामले से विदेशों से सोना लाकर देश में खपाने वाले गिरोह का जल्द ही पर्दाफाश हो सकता है।