ललितपुर पाल समाज द्वारा देवी आहिल्याबाई होल्कर जी की 297वी जयंती धूमधाम से मनाई गई
ललितपुर। अखिल भारतीय पाल महासभा जनपद शाखा ललितपुर के तत्वाधान में राजमाता अहिल्याबाई होलकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। प्रातः नगर में शुभ यात्रा निकाली गई। इस मौके पर समाज के उत्कृष्ट सेवा करने वाले समाजसेवियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समारोह में वक्ताओं ने महारानी अहिल्याबाई को समाज का आदर्श बताते हुए उनके मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
समारोह की मुख्य अतिथि एवं ए. पी. कन्या इंटर कॉलेज लागोन की प्रबंधक श्रीमती सीता पाल ने कहां, कि महारानी अहिल्याबाई समाज की ही नहीं अपितु संपूर्ण मानव जाति के लिए प्रेरणा के स्त्रोत है। जिन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरुद्ध संघर्ष करते हुए महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने का कार्य किया। उन्होंने बताया कि बिना, शिक्षा के प्रचार-प्रसार के धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार के लिए अलग से बजट की व्यवस्था थी। उन्होंने बताया कि महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने शिक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की इसी प्रकार की भावना प्रत्येक परिवार के व्यक्ति में आ जाए तो हमारे समाज की महिलाएं भी अन्य समाज से आगे निकल सकती हैं। उन्होंने समाज के युवाओं को आव्हान किया कि वह शिक्षा को एक हथियार के रूप में अपनाये, जो बिना किसी का नुकसान किए ही आपको सर्वोच्च शिखर पर पहुचाती है।

जिलाध्यक्ष इंजीनियर बीके पाल ने बताया कि अखिल भारतीय पाल महासभा जनपद में शीघ्र ही साक्षरता अभियान के साथ-साथ जनगणना अभियान चलाने जा रही है। इसका उद्देश्य समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार पर जोर तथा जनगणना के माध्यम से राजनैतिक क्षेत्र में भागीदारी दिलाना है। उन्होंने बताया कि जनपद में समाज की जनसंख्या चुनाव में निर्णायक होने के बावजूद राजनीतिक चेतना ना होने के कारण किसी भी राजनीतिक दल द्वारा भागीदारी नहीं दी जा रही है। उन्होंने समाजसेवियों को आह्वान किया कि वह सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लें जिससे समाज को जागरूक किया जा सके।

राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश पाल ने महारानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महारानी अहिल्याबाई होलकर ने आजीवन शिव को अपना आराध्य माना और उन को साक्षी मानकर राज्य का संचालन किया। मालवा रियासत देश की एकमात्र ऐसी रियासत थी जिसे अंग्रेज गुलाम नहीं बना सके थे। आजादी के बाद इस रियासत का बिना शर्त भारत में विजय किया गया था। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय पाल महासभा की स्थापना सन 1911 में हुई थी। और उसका पंजीकरण 1935 हुआ था। यह समाज का सबसे पुराना संगठन है।
इससे पूर्व नगर में अहिल्याबाई होल्कर की जयंती तुवन मंदिर से शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा को जिलाध्यक्ष इंजी बीके पाल, युवा जिला अध्यक्ष करन पाल, प्रकाश नारायण पाल,  रमेशचंद्र पाल चकई, कपूरचंद पाल एडवोकेट, तुलसीराम पाल चिगलोवा आदि ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। शोभा यात्रा तुवन मंदिर से प्रारंभ होकर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, गिरजाघर  जिला चिकित्सालय, सदनसा, सिद्दन मंदिर, पोस्टमार्टम हाउस, अंबेडकर चौराहा, जुगपुरा होते हुए महारानी अहिल्याबाई होलकर इंटर कॉलेज पहुंची। शोभायात्रा में लगभग 400 दोपहिया वाहन ब 10 से अधिक चार पहिया वाहन शामिल रहे। शोभा यात्रा कॉलेज पहुंचने पर विचार गोष्ठी जनसभा हुई। सभा का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती सीता पाल ने महारानी अहिल्याबाई के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण से किया गया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों का श्रीमती नर्वदापाल, श्रीमती मीना पाल, श्रीमती फूलवती पाल, लता पाल, मानकुमार पाल, श्रीमती कपूरी पाल, जया पाल, रामेश्वर पाल सिमिरिया, सुनील पाल, महेश ग्वाला, हरीश चंद्र पाल, अनिल पाल नौहरकला, श्रीपत पाल जल निगम,तुलसीदास पाल, इजी सी एल पाल, महेश पाल, राम प्रसाद पाल, अमर सिंह पाल, सुखनंदन पाल  पप्पू पाल, हीरालाल पाल  मोतीलाल पाल, मुकेश पाल सोरई, मुकेश पाल महरोनी खुर्द, कोमल पाल मडावरा, अशोक पाल मैकवा, हीरालाल पाल मैकवा, जितेंद्र पाल जाट वाले, जितेंद्र पाल सोरई, विजय पाल गदयाना, राजेश पाल, महेंद्र पाल लालौन, सोभरन पाल कमरोल, महेंद्र पाल सैदपुर,गंगाराम पाल आदि समस्त समाज बंधुओं ने स्वागत किया गया।

   समारोह में समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाजसेवी इमरतपाल करगन, दयाराम पाल मुंशी जी, पत्रकार कुन्दन पाल, पत्रकार संतोष पाल सौरई,नत्थू पाल सुनौरा, वीरन पाल, प्रेम नारायण पाल एडवोकेट, अरुण पाल, तुलसीदास पाल प्रधानाचार्य, जाहर सिंह पाल दावनी, सुनील पाल टीला, मोतीलाल पाल, हीरालाल पाल आदि वरिष्ठ समाजसेवीयो को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कपूरचंद पाल एडवोकेट ने तथा संचालन प्रताप नारायण पाल ने किया। अंत में आभार जिलाध्यक्ष इजी बीके पाल साहब ने व्यक्त किया।
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